Kabhi daman kabhi palken bhigona kis ko kehte hain,
Kisi mazloom se poocho ke rona kis ko kehte hain,
Kisi mazloom se poocho ke rona kis ko kehte hain,
Kabhi meri jagah khud ko rakho fir jaan jaoge,
Meri aankhe mera chehra ek din gaur se dekho,
Magar mat poochhna ke veeran hona kis ko kehte hain,
Tumhara dil kabhi agar pighle gum ki hararat se,
Tumhe maloom ho jaega ke khona kis ko kehte hain...!!!
Tumhe maloom ho jaega ke khona kis ko kehte hain...!!!
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कभी दामन कभी पलकें भिगोना किस को कहते हैं,
किसी मजलूम से पूछो के रोना किस को कहते हैं,
कभी मेरी जगह खुद को रखो फिर जान जाओगे,
के दुनिया भर के दुःख दिल में समोना किस को कहते हैं,
मेरी आँखे मेरा चेहरा एक दिन गौर से देखो,
मगर मत पूछना के वीरान होना किस को कहते हैं,
तुम्हारा दिल कभी अगर पिघले गम की हरारत से,
तुम्हे मालूम हो जाएगा के खोना किस को कहते हैं...!!!
किसी मजलूम से पूछो के रोना किस को कहते हैं,
कभी मेरी जगह खुद को रखो फिर जान जाओगे,
के दुनिया भर के दुःख दिल में समोना किस को कहते हैं,
मेरी आँखे मेरा चेहरा एक दिन गौर से देखो,
मगर मत पूछना के वीरान होना किस को कहते हैं,
तुम्हारा दिल कभी अगर पिघले गम की हरारत से,
तुम्हे मालूम हो जाएगा के खोना किस को कहते हैं...!!!
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