Ishq pagal kar gaya to kya karoge,
Soch lo,
Saneha aisa hua to kya karoge,
Soch lo,
Sath uske har kadam chalne ki aadat,
Kis liye,
Chhod kar wo chal diya to kya karoge,
Soch lo,
Shor bahar hai abhi is waaste khamosh ho,
Shor andar se utha to kya karoge,
Soch lo,
Band ankho mein adhura khaab bunte ho,
Magar,
Koi in mein aa basa to kya karoge,
Soch lo,
Dar dareeche sab muqafil kar baithe ho,
Magar,
Wo achanak aa gaya to kya karoge,
Soch lo,
Doobte hue suraj ka chehra aur naksh-e-pa,
Jab wo manjar gum hua to kya karoge,
Soch lo...!!!
**********
इश्क पागल कर गया तो क्या करोगे,
सोच लो,
सनेहा ऐसा हुआ तो क्या करोगे,
सोच लो,
साथ उसके हर कदम चलने की आदत,
किस लिए,
छोड़ कर वो चल दिया तो क्या करोगे,
सोच लो,
शोर बाहर है अभी इस वास्ते खामोश हो,
शोर अंदर से उठा तो क्या करोगे,
सोच लो,
बंद आँखों में अधूरा खाब बुनते हो,
मगर,
कोई इन में आ बसा तो क्या करोगे,
सोच लो,
दर दरीचे सब मुकाफिल कर बैठे हो,
मगर,
वो अचानक आ गया तो क्या करोगे,
सोच लो,
डूबते हुए सूरज का चेहरा और नक़्श-ए-पा,
जब वो मंज़र गम हुआ तो क्या करोगे,
सोच लो...!!!
दरीचे : Windows
मुकालिफ : Close
नक्श-ए-पा : Foot Print
Wednesday, June 30, 2010
Thursday, June 17, 2010
Ye Kaisi Kash-Ma-Kash
Is subah-e-zindgi se sanasha nahi hoon main,
Lagta yahi hai neend se jaga nahi hoon main,
Ik harf-e-raygaan sahi, yaaro mera wajood,
Kaise kahu kitaab ka hissa nahi hoon main,
Darpesh subah-o-sham hai, ye kaisi kash-ma-kash,
Kaise banu main uska, ke apna nahi hoon main,
Mujh ko farishta hone ka da'awa nahi magar,
Jitna bura samjhte ho, utna nahi hoon main,
Is tarah fer-fer ke baatein na kijiye,
Lehje ka rukh samjhta hoon, bacha nahi hoon main,
Dekhi hui si lagti hai, har rah-gujar kyu,
In bastiyon se pehle to guzra nahi hoon main...!!!
"Amjad Islam"
**********
इस सुबह-ए-जिंदगी से सनाशा नहीं हूँ मैं,
लगता यही है नींद से जागा नहीं हूँ मैं,
इक हर्फ़-ए-रायगाँ सही, यारो मेरा वजूद,
कैसे कहूँ किताब का हिस्सा नहीं हूँ मैं.
दरपेश सुबह-ओ-शाम है, ये कैसी कश-म-कश,
कैसे बनू मैं उनका, के अपना नहीं हूँ मैं,
मुझको फरिश्ता होने का दावा नहीं मगर,
जितना बुरा समझते हो, उतना नहीं हूँ मैं,
इस तरह फेर-फेर के बातें ना कीजिये,
लहजे का रुख समझता हूँ, बच्चा नहीं हूँ मैं,
देखी हुई सी लगती है, हर रह-गुजर क्यूँ,
इन बस्तियों से पहले तो गुज़रा नहीं हूँ मैं...!!!
"अमजद इस्लाम"
रायगाँ - Waste
दरपेश - In front of
Lagta yahi hai neend se jaga nahi hoon main,
Ik harf-e-raygaan sahi, yaaro mera wajood,
Kaise kahu kitaab ka hissa nahi hoon main,
Darpesh subah-o-sham hai, ye kaisi kash-ma-kash,
Kaise banu main uska, ke apna nahi hoon main,
Mujh ko farishta hone ka da'awa nahi magar,
Jitna bura samjhte ho, utna nahi hoon main,
Is tarah fer-fer ke baatein na kijiye,
Lehje ka rukh samjhta hoon, bacha nahi hoon main,
Dekhi hui si lagti hai, har rah-gujar kyu,
In bastiyon se pehle to guzra nahi hoon main...!!!
"Amjad Islam"
**********
इस सुबह-ए-जिंदगी से सनाशा नहीं हूँ मैं,
लगता यही है नींद से जागा नहीं हूँ मैं,
इक हर्फ़-ए-रायगाँ सही, यारो मेरा वजूद,
कैसे कहूँ किताब का हिस्सा नहीं हूँ मैं.
दरपेश सुबह-ओ-शाम है, ये कैसी कश-म-कश,
कैसे बनू मैं उनका, के अपना नहीं हूँ मैं,
मुझको फरिश्ता होने का दावा नहीं मगर,
जितना बुरा समझते हो, उतना नहीं हूँ मैं,
इस तरह फेर-फेर के बातें ना कीजिये,
लहजे का रुख समझता हूँ, बच्चा नहीं हूँ मैं,
देखी हुई सी लगती है, हर रह-गुजर क्यूँ,
इन बस्तियों से पहले तो गुज़रा नहीं हूँ मैं...!!!
"अमजद इस्लाम"
रायगाँ - Waste
दरपेश - In front of
Wednesday, June 16, 2010
Ik Arzoo Hi Poori Parwardigar Kare
Ik arzoo hi poori parwardigar kare,
Main der se jaun wo mera intezar kare,
Apne hathon se sanware zulfein meri,
Wo itra kar mohabbat ka iqrar kare,
Lipat jaye mujh se aalam-e-madhoshi mein,
Aur josh-o-junoon mein mohabbat ka izhar kare,
Ho shab wisal ki aisi ya Rab,
Ke choom ke matha mujhe bedaar kare,
Jab usse chhor ke main jana chahun,
Wo ro ke ek aur lamhe ka israr kare,
Qasam khuda ki main kisi aur ki ho nahi sakti,
Yeh wada-e-wafa wo bar bar kare...!!!
**********
इक आरज़ू ही पूरी परवरदिगार करे,
मैं देर से जाऊं वो मेरा इंतज़ार करे,
अपने हाथों से संवारे जुल्फें मेरी,
वो इतरा कर मोहब्बत का इकरार करे,
लिपट जाये मुझ से आलम-ए-मदहोशी में,
और जोश-ओ-जुनू में मोहब्बत का इज़हार करे,
हो शब् विसाल की ऐसी या रब,
के चूम के माता मुझे बेदार करे,
जब उसे छोड़ के मैं जाना चाहूँ,
वो रो के एक और लम्हे का इसरार करे,
क़सम खुदा की मैं किसी और की हो नहीं सकती,
ये वादा-ए-वफ़ा वो बार बार करे...!!!
Main der se jaun wo mera intezar kare,
Apne hathon se sanware zulfein meri,
Wo itra kar mohabbat ka iqrar kare,
Lipat jaye mujh se aalam-e-madhoshi mein,
Aur josh-o-junoon mein mohabbat ka izhar kare,
Ho shab wisal ki aisi ya Rab,
Ke choom ke matha mujhe bedaar kare,
Jab usse chhor ke main jana chahun,
Wo ro ke ek aur lamhe ka israr kare,
Qasam khuda ki main kisi aur ki ho nahi sakti,
Yeh wada-e-wafa wo bar bar kare...!!!
**********
इक आरज़ू ही पूरी परवरदिगार करे,
मैं देर से जाऊं वो मेरा इंतज़ार करे,
अपने हाथों से संवारे जुल्फें मेरी,
वो इतरा कर मोहब्बत का इकरार करे,
लिपट जाये मुझ से आलम-ए-मदहोशी में,
और जोश-ओ-जुनू में मोहब्बत का इज़हार करे,
हो शब् विसाल की ऐसी या रब,
के चूम के माता मुझे बेदार करे,
जब उसे छोड़ के मैं जाना चाहूँ,
वो रो के एक और लम्हे का इसरार करे,
क़सम खुदा की मैं किसी और की हो नहीं सकती,
ये वादा-ए-वफ़ा वो बार बार करे...!!!
Sunday, June 13, 2010
Sab Te Laagu - Satinder Sartaj (Lyrics)
Jo sab te lagu ho jawe gal oh vi hundi theek,
Sidhe sadhe dhang naal aakhiye, bhaven ramajh howe bareek,
Aithe koi kise ton ghat nai, sab ik to ik vadheek,
Pehla kai hazaran saal si, Hunde science'daan greek,
Fir vi amreeka de naam ton rakhde putt da naam Amreek,
Ni ik sadak hai jandi dosto aitho englishstana teek,
Othe kudi opera ganwdi, Jehdi sab to uchi cheek,
Roman khud nu uche dassde, Jo Rome shahar vasneek,
Khud vi parhya hunda kash je, Ohna ne Bible wala steek,
Sari dunia sanjhi-walta, Rab sab de vich shareek,
Kahto khich ti toon parmatma, Gore kale vich eh leek,
Khore kehre lok shaneechri, Te kehre ne mangleek,
Jee koi paye Firoza, Moti, Neelam, Heera atte adheek,
Chal chhad toon ki laina dosta, Tere sare hi yaar rafeek,
Teri chah vi thandi ho gai, Hun pi ja laake deek,
Je tu chahunae shayri aa jawe, Taan labh lai thaa ramneek,
O tu ving valenve chhad oye, Je hona lokan de nazdeek,
Ni main lai ke hazir ho gaya, Meri jinni si taufeek,
Ehi karo kabool saroteon, Te kar dena tasdeek,
Kidhre bhul na jayo Mehrmon, mehfil wali tareek,
Ji rab kare ke hun "Sartaj" di, Har ik nu rawe udeek,
Jee merea malka,
Jee sachea patshah,
Ho daas arjaa karda terian,
**********
ਜੋ ਸਬ ਤੇ ਲਾਗੂ ਹੋ ਜਵੇ ਗਲ ਓਹ ਵੀ ਹੁੰਦੀ ਠੀਕ,
ਸਿਧੇ ਸਾਧੇ ਢੰਗ ਨਾਲ ਆਖੀਏ, ਭਾਵੇਂ ਰਮ੍ਝ ਹੋਵੇ ਬਰੀਕ,
ਐਥੇ ਕੋਈ ਕਿਸੇ ਤੋਂ ਘਟ ਨਈ , ਸਬ ਇਕ ਤੋਂ ਇਕ ਵਧੀਕ,
ਪਹਲਾ ਕਈ ਹਜਾਰਾਂ ਸਾਲ ਸੀ, ਹੁੰਦੇ ਸਾਇੰਸਦਾਨ ਗ੍ਰੀਕ,
ਫਿਰ ਵੀ ਅਮਰੀਕਾ ਦੇ ਨਾਮ ਤੇ ਰਖਦੇ ਪੁੱਤ ਦਾ ਨਾਮ ਅਮਰੀਕ,
ਨਈ ਇਕ ਸੜਕ ਹੈ ਜਾਂਦੀ ਦੋਸਤੋ, ਐਥੋਂ ਇੰਗਲਿਸ਼ਤਾਨਾ ਤੀਕ,
ਓਥੇ ਕੁੜੀ ਓਪੇਰਾ ਗਾਂਵਦੀ, ਜੇਹਦੀ ਸਬ ਤੋਂ ਉੱਚੀ ਚੀਕ,
ਰੋਮਨ ਖੁਦ ਨੂ ਉਚਾ ਦੱਸਦੇ, ਜੋ ਰੋਮ ਸ਼ਹਰ ਵਸਨੀਕ,
ਖੁਦ ਵੀ ਪੜਯਾ ਹੁੰਦਾ ਕਾਸ਼ ਜੇ, ਓਹਨਾ ਨੇ ਬਾਇਬਲ ਵਾਲਾ ਸਟੀਕ,
ਸਾਰੀ ਦੁਨਿਆ ਸਾਂਝੀਵਾਲਤਾ, ਰਬ ਸਬ ਦੇ ਵਿਚ ਸ਼ਰੀਕ,
ਕਾਹਤੋਂ ਖਿਚ੍ਚ ਤੀ ਤੂੰ ਪਰਮਾਤਮਾ, ਗੋਰੇ ਕਾਲੇ ਵਿਚ ਇਹ ਲੀਕ,
ਖੋਰੇ ਕੇਹੜੇ ਲੋਕ ਸ਼ਨੀਚਰੀ, ਤੇ ਕੇਹੜੇ ਨੇ ਮੰਗਲੀਕ,
ਜੀ ਕੋਈ ਪਾਵੇ ਫਿਰੋਜਾ, ਮੋਤੀ, ਨੀਲਮ, ਹੀਰਾ ਅਤੇ ਅਧੀਕ,
ਚਲ ਛਡ ਤੂੰ ਕੀ ਲੈਣਾ ਦੋਸਤਾ, ਤੇਰੇ ਸਾਰੇ ਹੀ ਯਾਰ ਰਫੀਕ,
ਤੇਰੀ ਚਾਹ ਵੀ ਠੰਡੀ ਹੋ ਗਈ, ਹੁਣ ਪੀ ਜਾ ਲਾਕੇ ਡੀਕ,
ਜੇ ਤੂ ਚਾਹੁਨੈ ਸ਼ਾਯਰੀ ਆ ਜਵੇ, ਤਾਂ ਲਭ ਲੈ ਥਾਂ ਰਮਨੀਕ,
ਓਹ ਤੂ ਵਿੰਗ ਵਲੇਂਵੇ ਛਡ ਓਏ, ਜੇ ਹੋਣਾ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਨਜਦੀਕ,
ਨੀ ਮੈਂ ਲੈ ਕੇ ਹਾਜਿਰ ਹੋ ਗਯਾ, ਮੇਰੀ ਜਿੰਨੀ ਸੀ ਤੌਫੀਕ,
ਏਹੀ ਕਰੋ ਕਬੂਲ ਸਰੋਤੇਓੰ, ਤੇ ਕਰ ਦੇਣਾ ਤਸਦੀਕ,
ਕਿਧਰੇ ਭੁੱਲ ਨਾ ਜਾਯੋ ਮੇਹਰ੍ਮੋੰ, ਮੇਹ੍ਫਿਲ ਵਾਲੀ ਤਾਰੀਕ,
ਜੇ ਰਬ ਕਰੇ ਕੇ ਹੁਣ "ਸਰਤਾਜ" ਦੀ, ਹਰ ਇਕ ਨੂ ਰਵੇ ਉਡੀਕ,
ਜੀ ਮੇਰੇਆ ਮਲਕਾ,
ਜੀ ਸਚੇਆ ਪਾਤਸ਼ਾਹ,
ਹੋ ਦਾਸ ਅਰ੍ਜਾਂ ਕਰਦਾ ਤੇਰੀਆਂ...!!!
Sidhe sadhe dhang naal aakhiye, bhaven ramajh howe bareek,
Aithe koi kise ton ghat nai, sab ik to ik vadheek,
Pehla kai hazaran saal si, Hunde science'daan greek,
Fir vi amreeka de naam ton rakhde putt da naam Amreek,
Ni ik sadak hai jandi dosto aitho englishstana teek,
Othe kudi opera ganwdi, Jehdi sab to uchi cheek,
Roman khud nu uche dassde, Jo Rome shahar vasneek,
Khud vi parhya hunda kash je, Ohna ne Bible wala steek,
Sari dunia sanjhi-walta, Rab sab de vich shareek,
Kahto khich ti toon parmatma, Gore kale vich eh leek,
Khore kehre lok shaneechri, Te kehre ne mangleek,
Jee koi paye Firoza, Moti, Neelam, Heera atte adheek,
Chal chhad toon ki laina dosta, Tere sare hi yaar rafeek,
Teri chah vi thandi ho gai, Hun pi ja laake deek,
Je tu chahunae shayri aa jawe, Taan labh lai thaa ramneek,
O tu ving valenve chhad oye, Je hona lokan de nazdeek,
Ni main lai ke hazir ho gaya, Meri jinni si taufeek,
Ehi karo kabool saroteon, Te kar dena tasdeek,
Kidhre bhul na jayo Mehrmon, mehfil wali tareek,
Ji rab kare ke hun "Sartaj" di, Har ik nu rawe udeek,
Jee merea malka,
Jee sachea patshah,
Ho daas arjaa karda terian,
**********
ਜੋ ਸਬ ਤੇ ਲਾਗੂ ਹੋ ਜਵੇ ਗਲ ਓਹ ਵੀ ਹੁੰਦੀ ਠੀਕ,
ਸਿਧੇ ਸਾਧੇ ਢੰਗ ਨਾਲ ਆਖੀਏ, ਭਾਵੇਂ ਰਮ੍ਝ ਹੋਵੇ ਬਰੀਕ,
ਐਥੇ ਕੋਈ ਕਿਸੇ ਤੋਂ ਘਟ ਨਈ , ਸਬ ਇਕ ਤੋਂ ਇਕ ਵਧੀਕ,
ਪਹਲਾ ਕਈ ਹਜਾਰਾਂ ਸਾਲ ਸੀ, ਹੁੰਦੇ ਸਾਇੰਸਦਾਨ ਗ੍ਰੀਕ,
ਫਿਰ ਵੀ ਅਮਰੀਕਾ ਦੇ ਨਾਮ ਤੇ ਰਖਦੇ ਪੁੱਤ ਦਾ ਨਾਮ ਅਮਰੀਕ,
ਨਈ ਇਕ ਸੜਕ ਹੈ ਜਾਂਦੀ ਦੋਸਤੋ, ਐਥੋਂ ਇੰਗਲਿਸ਼ਤਾਨਾ ਤੀਕ,
ਓਥੇ ਕੁੜੀ ਓਪੇਰਾ ਗਾਂਵਦੀ, ਜੇਹਦੀ ਸਬ ਤੋਂ ਉੱਚੀ ਚੀਕ,
ਰੋਮਨ ਖੁਦ ਨੂ ਉਚਾ ਦੱਸਦੇ, ਜੋ ਰੋਮ ਸ਼ਹਰ ਵਸਨੀਕ,
ਖੁਦ ਵੀ ਪੜਯਾ ਹੁੰਦਾ ਕਾਸ਼ ਜੇ, ਓਹਨਾ ਨੇ ਬਾਇਬਲ ਵਾਲਾ ਸਟੀਕ,
ਸਾਰੀ ਦੁਨਿਆ ਸਾਂਝੀਵਾਲਤਾ, ਰਬ ਸਬ ਦੇ ਵਿਚ ਸ਼ਰੀਕ,
ਕਾਹਤੋਂ ਖਿਚ੍ਚ ਤੀ ਤੂੰ ਪਰਮਾਤਮਾ, ਗੋਰੇ ਕਾਲੇ ਵਿਚ ਇਹ ਲੀਕ,
ਖੋਰੇ ਕੇਹੜੇ ਲੋਕ ਸ਼ਨੀਚਰੀ, ਤੇ ਕੇਹੜੇ ਨੇ ਮੰਗਲੀਕ,
ਜੀ ਕੋਈ ਪਾਵੇ ਫਿਰੋਜਾ, ਮੋਤੀ, ਨੀਲਮ, ਹੀਰਾ ਅਤੇ ਅਧੀਕ,
ਚਲ ਛਡ ਤੂੰ ਕੀ ਲੈਣਾ ਦੋਸਤਾ, ਤੇਰੇ ਸਾਰੇ ਹੀ ਯਾਰ ਰਫੀਕ,
ਤੇਰੀ ਚਾਹ ਵੀ ਠੰਡੀ ਹੋ ਗਈ, ਹੁਣ ਪੀ ਜਾ ਲਾਕੇ ਡੀਕ,
ਜੇ ਤੂ ਚਾਹੁਨੈ ਸ਼ਾਯਰੀ ਆ ਜਵੇ, ਤਾਂ ਲਭ ਲੈ ਥਾਂ ਰਮਨੀਕ,
ਓਹ ਤੂ ਵਿੰਗ ਵਲੇਂਵੇ ਛਡ ਓਏ, ਜੇ ਹੋਣਾ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਨਜਦੀਕ,
ਨੀ ਮੈਂ ਲੈ ਕੇ ਹਾਜਿਰ ਹੋ ਗਯਾ, ਮੇਰੀ ਜਿੰਨੀ ਸੀ ਤੌਫੀਕ,
ਏਹੀ ਕਰੋ ਕਬੂਲ ਸਰੋਤੇਓੰ, ਤੇ ਕਰ ਦੇਣਾ ਤਸਦੀਕ,
ਕਿਧਰੇ ਭੁੱਲ ਨਾ ਜਾਯੋ ਮੇਹਰ੍ਮੋੰ, ਮੇਹ੍ਫਿਲ ਵਾਲੀ ਤਾਰੀਕ,
ਜੇ ਰਬ ਕਰੇ ਕੇ ਹੁਣ "ਸਰਤਾਜ" ਦੀ, ਹਰ ਇਕ ਨੂ ਰਵੇ ਉਡੀਕ,
ਜੀ ਮੇਰੇਆ ਮਲਕਾ,
ਜੀ ਸਚੇਆ ਪਾਤਸ਼ਾਹ,
ਹੋ ਦਾਸ ਅਰ੍ਜਾਂ ਕਰਦਾ ਤੇਰੀਆਂ...!!!
Thursday, June 10, 2010
Sab Lafz Dua Ho Jate Hain
Jab log juda ho jate hain,
**********
जब लोग जुदा हो जाते हैं,
सब एहद-ए-हवा हो जाते हैं,
जब नीयत ठीक ना हो अपनी,
सब अमल गुनाह हो जाते हैं,
जब तेरे बारे में सोचें,
सब लफ्ज़ दुआ हो जाते हैं,
जब ग़ुरबत दर पर दस्तक दे,
सब यार खफा हो जाते हैं,
जब वक्त दिखाता है आँखें,
सुल्तान भी गदा हो जाते हैं,
तू जब भी मेरे साथ ना हो,
त्यौहार सजा हो जाते हैं,
जब नफरत लफ़्ज़ों में उतरे,
तब अपने जुदा हो जाते हैं,
Sab ehad-e-hawa ho jate hain,
Jab neeyat theek na ho apni,
Sab amal gunaah ho jate hain,
Jab tere baare mein sochein,
Sab lafz dua ho jate hain,
Jab gurbat dar pe dastak de,
Sab yaar khafa ho jate hain,
Jab waqt dikhata hai ankhein,
Sultan bhi gada ho jate hain,
Tu jab bhi mere sath na ho,
Tyohar saza ho jate hain,
Jab nafrat lafzon mein utre,
Tab apne juda ho jatey hain...!!!
Jab neeyat theek na ho apni,
Sab amal gunaah ho jate hain,
Jab tere baare mein sochein,
Sab lafz dua ho jate hain,
Jab gurbat dar pe dastak de,
Sab yaar khafa ho jate hain,
Jab waqt dikhata hai ankhein,
Sultan bhi gada ho jate hain,
Tu jab bhi mere sath na ho,
Tyohar saza ho jate hain,
Jab nafrat lafzon mein utre,
Tab apne juda ho jatey hain...!!!
जब लोग जुदा हो जाते हैं,
सब एहद-ए-हवा हो जाते हैं,
जब नीयत ठीक ना हो अपनी,
सब अमल गुनाह हो जाते हैं,
जब तेरे बारे में सोचें,
सब लफ्ज़ दुआ हो जाते हैं,
जब ग़ुरबत दर पर दस्तक दे,
सब यार खफा हो जाते हैं,
जब वक्त दिखाता है आँखें,
सुल्तान भी गदा हो जाते हैं,
तू जब भी मेरे साथ ना हो,
त्यौहार सजा हो जाते हैं,
जब नफरत लफ़्ज़ों में उतरे,
तब अपने जुदा हो जाते हैं,
Sunday, June 6, 2010
Nikki Jehi Kudi - Satinder Sartaj (Lyrics)
Assi gae ghuman te kol jeep si,
Yaraan jehe yaar mile laggi seep si,
Dekhian pahadan utte rukh jhadian,
Bache sanu vekh marde si tadiyan,
Kai cho te suhe tappe saanh labh gai,
Jehri assi bhalde si chhan labh gai,
Uchi jehi dhaab utte pai chhal si,
Aa gae nazare hogi dhan dhan si,
Othon assi baith ke chufera takya,
Rab da banaya hoya ghera napya,
Koi koi janwda si shehar wal nu,
Koi baitha sunda hawa di gal nu,
Koi banne pag sartaj di tarah,
Lawe sar pech maharaj di tarah,
Ho ke fer tayar tasveeran laah laiyan,
Vaddiyan kara ke mehfilan ch laa laiyan,
Tille wali jutti utte dhoorh pai gai,
Kambli di thambi kandean naa kheh gai,
Jungle ch ghumde nu khundi labh gai,
Morni di kook jiven chundi vad gai,
Mainu lagge bele majhian main charda,
Utte nu nigahan maula nu niharda,
Aunde hoe hor ik yaad si judi,
Balan di pand chuki nikki jehi kudi,
Chhoti jehi baanh te si lifafa tangya,
Pata ni garibni ne kithon mangya,
Assi kolon langhe taan pyari laggi si,
Kul kaynaat ton nayari laggi si,
Assi gaddi rok lai si oss waaste,
Ohnu jaa ke milange ji ess aas te,
Gaddi dekh rukdi oh dar gai si,
Pata hi ni laggya kidhar gai si,
Pand te lafafa bachi sutt daud gai,
Sadian khwahishan nu lutt daud gai,
Ohnu shayad laggya eh ohi ne bande,
Jihde kheton chuke ne main sukke je gandhe,
Puchho na ji seene vich chhek pae gaya,
Baalan lifafa vekhda hi reh gaya,
Pata hi ni kinnia reejhan naa chukya,
Hun marjani ne si raah te suteya,
Mainu enj lagge maitho paap ho gaya,
Fer "Sartaj" chup chap ho gaya...!!!
**********
ਅੱਸੀ ਗਏ ਘੁਮਣ ਤੇ ਕੋਲ ਜੀਪ ਸੀ,
ਯਾਰਾਂ ਜੇਹੇ ਯਾਰ ਮਿਲੇ ਲੱਗੀ ਸੀਪ ਸੀ,
ਦੇਖੀਆਂ ਪਹਾੜਾਂ ਉੱਤੇ ਰੁਖ ਝਾੜੀਆਂ,
ਬੱਚੇ ਸਾਨੂ ਵੇਖ ਮਾਰਦੇ ਸੀ ਤਾੜੀਆਂ
ਕਈ ਚੋ ਤੇ ਸੂਹੇ ਟੱਪੇ ਸਾਂਹ ਲਭ ਗਈ,
ਜੇਹੜੀ ਅੱਸੀ ਭਾਲਦੇ ਸੀ ਛਾਂ ਲਭ ਗਈ,
ਉਚੀ ਜੇਹੀ ਢਾਬ ਉੱਤੇ ਪਈ ਛਲ ਸੀ,
ਆ ਗਏ ਨਜਾਰੇ ਹੋਗੀ ਧਨ ਧਨ ਸੀ,
ਓਥੋਂ ਅੱਸੀ ਬੈਠ ਕੇ ਚੋਫੇਰਾ ਤਕਿਯਾ,
ਰਬ ਦਾ ਬਨਾਯਾ ਹੋਯਾ ਘੇਰਾ ਨ੍ਪ੍ਯਾ,
ਕੋਈ ਕੋਈ ਜਾਂਵਦਾ ਸੀ ਸ਼ਹਰ ਵੱਲ ਨੂ,
ਕੋਈ ਬੈਠਾ ਸੁਣਦਾ ਹਵਾ ਦੀ ਗਲ ਨੂ,
ਕੋਈ ਬੰਨੇ ਪਗ ਸਰਤਾਜ ਦੀ ਤਰਾਂ,
ਲਾਵੇ ਸਰ ਪੇਚ ਮਹਾਰਾਜ ਦੀ ਤਰਾਂ,
ਹੋ ਕੇ ਫੇਰ ਤਿਆਰ ਤਸਵੀਰਾਂ ਲਾਹ ਲਾਈਆਂ,
ਵੱਡੀਆਂ ਕਰਾ ਕੇ ਮਹਿਫਿਲਾਂ ਚ ਲਾ ਲਾਈਆਂ,
ਤਿੱਲੇ ਵਾਲੀ ਜੁੱਤੀ ਉੱਤੇ ਧੂੜ ਪੈ ਗਈ,
ਕੰਬਲੀ ਦੀ ਥਮ੍ਬੀ ਕੰਡੇਆਂ ਨਾ ਖੇਹ ਗਈ,
ਜੰਗਲ ਚ ਘੁਮਦੇ ਨੂੰ ਖੁੰਡੀ ਲਭ ਗਈ,
ਮੋਰਨੀ ਦੀ ਘੂਕ ਜਿਵੇਂ ਚੂੰਡੀ ਵੱਡ ਗਈ,
ਮੈਨੂ ਲੱਗੇ ਬੇਲੇ ਮਝੀਆਂ ਮੈਂ ਚਾਰਦਾ,
ਉੱਤੇ ਨੂ ਨਿਗਾਹਾਂ ਮੌਲਾ ਨੂ ਨਿਹਾਰਦਾ,
ਆਉਂਦੇ ਹੋਏ ਹੋਰ ਇਕ ਯਾਦ ਸੀ ਜੁੜੀ,
ਬਾਲਨ ਦੀ ਪੰਡ ਚੁਕੀ ਨਿੱਕੀ ਜੇਹੀ ਕੁੜੀ,
ਛੋਟੀ ਜੇਹੀ ਬਾਂਹ ਤੇ ਸੀ ਲਿਫਾਫਾ ਟੰਗੇਆ,
ਪਤਾ ਨੀ ਗਰੀਬਣੀ ਨੇ ਕਿਥੋਂ ਮੰਗੇਆ,
ਅੱਸੀ ਕੋਲੋਂ ਲੰਘੇ ਤਾਂ ਪ੍ਯਾਰੀ ਲੱਗੀ ਸੀ,
ਕੁਲ ਕਾਯਨਾਤ ਤੋ ਨਿਆਰੀ ਲੱਗੀ ਸੀ,
ਅੱਸੀ ਗੱਡੀ ਰੋਕ ਲਈ ਸੀ ਔਸ ਵਾਸਤੇ,
ਔਹਨੁ ਜਾ ਕੇ ਮਿਲਾਂਗੇ ਜੀ ਇਸ ਆਸ ਤੇ,
ਗੱਡੀ ਦੇਖ ਰੁਕਦੀ ਓਹ ਡਰ ਗਈ ਸੀ,
ਪਤਾ ਹੀ ਨੀ ਲਗਿਆ ਕਿਧਰ ਗਈ ਸੀ,
ਪੰਡ ਤੇ ਲਫਾਫਾ ਬਚੀ ਸੁੱਟ ਦੌੜ ਗਈ,
ਸਾਡੀਆਂ ਖਵਾਹਿਸ਼ਾਂ ਨੂ ਲੁੱਟ ਦੌੜ ਗਈ,
ਓਹਨੁ ਸ਼ਾਯਦ ਲਗਿਆ ਇਹ ਓਹੀ ਨੇ ਬੰਦੇ,
ਜਿਹਦੇ ਖੇਤੋਂ ਚੁਕੇ ਨੇ ਮੈਂ ਸੁੱਕੇ ਜੇ ਗੰਢੇ,
ਪੁਛੋ ਨਾ ਜੀ ਸੀਨੇ ਵਿਚ ਛੇਕ ਪੈ ਗਯਾ,
ਬਾਲਨ ਲਿਫਾਫਾ ਵੇਖਦਾ ਹੀ ਰਹ ਗਯਾ,
ਪਤਾ ਹੀ ਨੀ ਕਿੰਨਿਆ ਰੀਝਾਂ ਨਾ ਚੁਕੇਆ,
ਹੁਣ ਮਰਜਾਨੀ ਨੇ ਸੀ ਰਾਹ ਤੇ ਸੁਟੇਯਾ,
ਮੈਨੂ ਇੰਜ ਲੱਗੇ ਮੈਥੋਂ ਪਾਪ ਹੋ ਗਯਾ,
ਫੇਰ "ਸਰਤਾਜ" ਚੁਪ-ਚਾਪ ਹੋ ਗਯਾ...!!!
Yaraan jehe yaar mile laggi seep si,
Dekhian pahadan utte rukh jhadian,
Bache sanu vekh marde si tadiyan,
Kai cho te suhe tappe saanh labh gai,
Jehri assi bhalde si chhan labh gai,
Uchi jehi dhaab utte pai chhal si,
Aa gae nazare hogi dhan dhan si,
Othon assi baith ke chufera takya,
Rab da banaya hoya ghera napya,
Koi koi janwda si shehar wal nu,
Koi baitha sunda hawa di gal nu,
Koi banne pag sartaj di tarah,
Lawe sar pech maharaj di tarah,
Ho ke fer tayar tasveeran laah laiyan,
Vaddiyan kara ke mehfilan ch laa laiyan,
Tille wali jutti utte dhoorh pai gai,
Kambli di thambi kandean naa kheh gai,
Jungle ch ghumde nu khundi labh gai,
Morni di kook jiven chundi vad gai,
Mainu lagge bele majhian main charda,
Utte nu nigahan maula nu niharda,
Aunde hoe hor ik yaad si judi,
Balan di pand chuki nikki jehi kudi,
Chhoti jehi baanh te si lifafa tangya,
Pata ni garibni ne kithon mangya,
Assi kolon langhe taan pyari laggi si,
Kul kaynaat ton nayari laggi si,
Assi gaddi rok lai si oss waaste,
Ohnu jaa ke milange ji ess aas te,
Gaddi dekh rukdi oh dar gai si,
Pata hi ni laggya kidhar gai si,
Pand te lafafa bachi sutt daud gai,
Sadian khwahishan nu lutt daud gai,
Ohnu shayad laggya eh ohi ne bande,
Jihde kheton chuke ne main sukke je gandhe,
Puchho na ji seene vich chhek pae gaya,
Baalan lifafa vekhda hi reh gaya,
Pata hi ni kinnia reejhan naa chukya,
Hun marjani ne si raah te suteya,
Mainu enj lagge maitho paap ho gaya,
Fer "Sartaj" chup chap ho gaya...!!!
**********
ਅੱਸੀ ਗਏ ਘੁਮਣ ਤੇ ਕੋਲ ਜੀਪ ਸੀ,
ਯਾਰਾਂ ਜੇਹੇ ਯਾਰ ਮਿਲੇ ਲੱਗੀ ਸੀਪ ਸੀ,
ਦੇਖੀਆਂ ਪਹਾੜਾਂ ਉੱਤੇ ਰੁਖ ਝਾੜੀਆਂ,
ਬੱਚੇ ਸਾਨੂ ਵੇਖ ਮਾਰਦੇ ਸੀ ਤਾੜੀਆਂ
ਕਈ ਚੋ ਤੇ ਸੂਹੇ ਟੱਪੇ ਸਾਂਹ ਲਭ ਗਈ,
ਜੇਹੜੀ ਅੱਸੀ ਭਾਲਦੇ ਸੀ ਛਾਂ ਲਭ ਗਈ,
ਉਚੀ ਜੇਹੀ ਢਾਬ ਉੱਤੇ ਪਈ ਛਲ ਸੀ,
ਆ ਗਏ ਨਜਾਰੇ ਹੋਗੀ ਧਨ ਧਨ ਸੀ,
ਓਥੋਂ ਅੱਸੀ ਬੈਠ ਕੇ ਚੋਫੇਰਾ ਤਕਿਯਾ,
ਰਬ ਦਾ ਬਨਾਯਾ ਹੋਯਾ ਘੇਰਾ ਨ੍ਪ੍ਯਾ,
ਕੋਈ ਕੋਈ ਜਾਂਵਦਾ ਸੀ ਸ਼ਹਰ ਵੱਲ ਨੂ,
ਕੋਈ ਬੈਠਾ ਸੁਣਦਾ ਹਵਾ ਦੀ ਗਲ ਨੂ,
ਕੋਈ ਬੰਨੇ ਪਗ ਸਰਤਾਜ ਦੀ ਤਰਾਂ,
ਲਾਵੇ ਸਰ ਪੇਚ ਮਹਾਰਾਜ ਦੀ ਤਰਾਂ,
ਹੋ ਕੇ ਫੇਰ ਤਿਆਰ ਤਸਵੀਰਾਂ ਲਾਹ ਲਾਈਆਂ,
ਵੱਡੀਆਂ ਕਰਾ ਕੇ ਮਹਿਫਿਲਾਂ ਚ ਲਾ ਲਾਈਆਂ,
ਤਿੱਲੇ ਵਾਲੀ ਜੁੱਤੀ ਉੱਤੇ ਧੂੜ ਪੈ ਗਈ,
ਕੰਬਲੀ ਦੀ ਥਮ੍ਬੀ ਕੰਡੇਆਂ ਨਾ ਖੇਹ ਗਈ,
ਜੰਗਲ ਚ ਘੁਮਦੇ ਨੂੰ ਖੁੰਡੀ ਲਭ ਗਈ,
ਮੋਰਨੀ ਦੀ ਘੂਕ ਜਿਵੇਂ ਚੂੰਡੀ ਵੱਡ ਗਈ,
ਮੈਨੂ ਲੱਗੇ ਬੇਲੇ ਮਝੀਆਂ ਮੈਂ ਚਾਰਦਾ,
ਉੱਤੇ ਨੂ ਨਿਗਾਹਾਂ ਮੌਲਾ ਨੂ ਨਿਹਾਰਦਾ,
ਆਉਂਦੇ ਹੋਏ ਹੋਰ ਇਕ ਯਾਦ ਸੀ ਜੁੜੀ,
ਬਾਲਨ ਦੀ ਪੰਡ ਚੁਕੀ ਨਿੱਕੀ ਜੇਹੀ ਕੁੜੀ,
ਛੋਟੀ ਜੇਹੀ ਬਾਂਹ ਤੇ ਸੀ ਲਿਫਾਫਾ ਟੰਗੇਆ,
ਪਤਾ ਨੀ ਗਰੀਬਣੀ ਨੇ ਕਿਥੋਂ ਮੰਗੇਆ,
ਅੱਸੀ ਕੋਲੋਂ ਲੰਘੇ ਤਾਂ ਪ੍ਯਾਰੀ ਲੱਗੀ ਸੀ,
ਕੁਲ ਕਾਯਨਾਤ ਤੋ ਨਿਆਰੀ ਲੱਗੀ ਸੀ,
ਅੱਸੀ ਗੱਡੀ ਰੋਕ ਲਈ ਸੀ ਔਸ ਵਾਸਤੇ,
ਔਹਨੁ ਜਾ ਕੇ ਮਿਲਾਂਗੇ ਜੀ ਇਸ ਆਸ ਤੇ,
ਗੱਡੀ ਦੇਖ ਰੁਕਦੀ ਓਹ ਡਰ ਗਈ ਸੀ,
ਪਤਾ ਹੀ ਨੀ ਲਗਿਆ ਕਿਧਰ ਗਈ ਸੀ,
ਪੰਡ ਤੇ ਲਫਾਫਾ ਬਚੀ ਸੁੱਟ ਦੌੜ ਗਈ,
ਸਾਡੀਆਂ ਖਵਾਹਿਸ਼ਾਂ ਨੂ ਲੁੱਟ ਦੌੜ ਗਈ,
ਓਹਨੁ ਸ਼ਾਯਦ ਲਗਿਆ ਇਹ ਓਹੀ ਨੇ ਬੰਦੇ,
ਜਿਹਦੇ ਖੇਤੋਂ ਚੁਕੇ ਨੇ ਮੈਂ ਸੁੱਕੇ ਜੇ ਗੰਢੇ,
ਪੁਛੋ ਨਾ ਜੀ ਸੀਨੇ ਵਿਚ ਛੇਕ ਪੈ ਗਯਾ,
ਬਾਲਨ ਲਿਫਾਫਾ ਵੇਖਦਾ ਹੀ ਰਹ ਗਯਾ,
ਪਤਾ ਹੀ ਨੀ ਕਿੰਨਿਆ ਰੀਝਾਂ ਨਾ ਚੁਕੇਆ,
ਹੁਣ ਮਰਜਾਨੀ ਨੇ ਸੀ ਰਾਹ ਤੇ ਸੁਟੇਯਾ,
ਮੈਨੂ ਇੰਜ ਲੱਗੇ ਮੈਥੋਂ ਪਾਪ ਹੋ ਗਯਾ,
ਫੇਰ "ਸਰਤਾਜ" ਚੁਪ-ਚਾਪ ਹੋ ਗਯਾ...!!!
Saturday, June 5, 2010
Mujhko Yoon Hi Udas Rehne Do
Mujhko yoon hi udas rehne do,
Ab suboot-e-ikhlaas rehne do,
Haseen khwabon mein dunia hai bahut,
Bekhudi ka ahsaas rehne do,
Dawa-e-dard hai paas tumhare,
Harf-e-dua mere paas rehne do,
Chhoo sakte hain wo chand sitare,
Ye bachchon mein ahsaas rehne do,
Lahu-lahu hai dharti ka daman,
Dua-e-aman, iqsaas rehne do,
Wo mandir tha ki masjid -e-baabri,
Ye dilgurez bakwas rehne do,
Jo kuch hoga hum kha-pi lenge,
Abhi safar mein kuch khas rehne do,
Mand-mand hai yaad kisi ki,
Shaam-e-gham ka ahsaas rehne do,
Shadi, bache, pariwar, musibat,
Abhi ye sab, "Ahsaas" rehne do...!!!
"Suyash Ahsaas"
**********
मुझे यूं ही उदास रहने दो,
अब सुबूत-ए-इखलास रहने दो,
हसीं ख्वाबों में दुनिया है बहुत,
बेखुदी का अहसास रहने दो,
दवा-ए-दर्द है पास तुम्हारे,
हर्फ़-ए-दुआ मेरे पास रहने दो,
छू सकते हैं वो चाँद सितारे,
ये बच्चों में अहसास रहने दो,
लहू-लहू है धरती का दामन,
दुआ-ए-अमन, इक्सास रहने दो,
वो मंदिर था की मस्जिद-ए-बाबरी,
ये दिल्गुरेज़ बकवास रहने दो,
जो कुछ होगा हम खा पी लेंगे,
अभी सफर में कुछ खास रहने दो,
मंद-मंद है याद किसी की,
शाम-ए-गम का अहसास रहने दो,
शादी, बच्चे, परिवार, मुसीबत,
अभी ये सब "अहसास" रहने दो...!!!
"सुयश अहसास"
Iqsaas - Violence
Ikhlas - Sincerity
Ab suboot-e-ikhlaas rehne do,
Haseen khwabon mein dunia hai bahut,
Bekhudi ka ahsaas rehne do,
Dawa-e-dard hai paas tumhare,
Harf-e-dua mere paas rehne do,
Chhoo sakte hain wo chand sitare,
Ye bachchon mein ahsaas rehne do,
Lahu-lahu hai dharti ka daman,
Dua-e-aman, iqsaas rehne do,
Wo mandir tha ki masjid -e-baabri,
Ye dilgurez bakwas rehne do,
Jo kuch hoga hum kha-pi lenge,
Abhi safar mein kuch khas rehne do,
Mand-mand hai yaad kisi ki,
Shaam-e-gham ka ahsaas rehne do,
Shadi, bache, pariwar, musibat,
Abhi ye sab, "Ahsaas" rehne do...!!!
"Suyash Ahsaas"
**********
मुझे यूं ही उदास रहने दो,
अब सुबूत-ए-इखलास रहने दो,
हसीं ख्वाबों में दुनिया है बहुत,
बेखुदी का अहसास रहने दो,
दवा-ए-दर्द है पास तुम्हारे,
हर्फ़-ए-दुआ मेरे पास रहने दो,
छू सकते हैं वो चाँद सितारे,
ये बच्चों में अहसास रहने दो,
लहू-लहू है धरती का दामन,
दुआ-ए-अमन, इक्सास रहने दो,
वो मंदिर था की मस्जिद-ए-बाबरी,
ये दिल्गुरेज़ बकवास रहने दो,
जो कुछ होगा हम खा पी लेंगे,
अभी सफर में कुछ खास रहने दो,
मंद-मंद है याद किसी की,
शाम-ए-गम का अहसास रहने दो,
शादी, बच्चे, परिवार, मुसीबत,
अभी ये सब "अहसास" रहने दो...!!!
"सुयश अहसास"
Iqsaas - Violence
Ikhlas - Sincerity
Tuesday, June 1, 2010
Ye Adayein Kyu? Ye Garoor Kya?
Ye jo be-rukhi hai baja nahi,
Ye adayein kyu? Ye garoor kya?
Ye guzarish kis liye is kadar,
Ye khafa khafa se hazoor kya?
Tujhe yaad karna mazak tha,
Tujhe bhool jana azaab hai,
Ye saza hai zurm-e-faraz ke,
Mere hafze ke kasoor kya?
Tere sath hai jo teri aana,
Mere sath mera naseeb hai,
Mujhe tujhse kaisi shikayatein?
Tujhe khud pe itna garoor hai,
Ye tumhara chehra kitab hai,
Isse parh raha hoon main warq warq,
Zara baat sada likha karo,
Ye muhawaron ki sitoor kya?
**********
ये जो बेरुखी है बजा नहीं,
ये अदाएं क्यू? ये गरूर क्या?
ये गुज़ारिश किस लिए इस कदर,
ये खफा खफा से हजूर क्या?
तुझे याद करना मजाक था,
तुझे भूल जाना अज़ाब है,
ये सजा है जुर्म-ए-फ़राज़ की,
मेरे हफ्ज़े के कसूर क्या?
तेरे साथ है जो तेरी आना,
मेरे साथ मेरा नसीब है,
मुझे तुझसे कैसी शिकायतें?
तुझे खुद पे इतना गरूर है,
ये तुम्हारा चेहरा किताब है,
इसे पढ़ रहा हूँ मैं वर्क वर्क,
ज़रा बात सादा लिखा करो,
ये मुहावरों की सितूर क्या?
Ye adayein kyu? Ye garoor kya?
Ye guzarish kis liye is kadar,
Ye khafa khafa se hazoor kya?
Tujhe yaad karna mazak tha,
Tujhe bhool jana azaab hai,
Ye saza hai zurm-e-faraz ke,
Mere hafze ke kasoor kya?
Tere sath hai jo teri aana,
Mere sath mera naseeb hai,
Mujhe tujhse kaisi shikayatein?
Tujhe khud pe itna garoor hai,
Ye tumhara chehra kitab hai,
Isse parh raha hoon main warq warq,
Zara baat sada likha karo,
Ye muhawaron ki sitoor kya?
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ये जो बेरुखी है बजा नहीं,
ये अदाएं क्यू? ये गरूर क्या?
ये गुज़ारिश किस लिए इस कदर,
ये खफा खफा से हजूर क्या?
तुझे याद करना मजाक था,
तुझे भूल जाना अज़ाब है,
ये सजा है जुर्म-ए-फ़राज़ की,
मेरे हफ्ज़े के कसूर क्या?
तेरे साथ है जो तेरी आना,
मेरे साथ मेरा नसीब है,
मुझे तुझसे कैसी शिकायतें?
तुझे खुद पे इतना गरूर है,
ये तुम्हारा चेहरा किताब है,
इसे पढ़ रहा हूँ मैं वर्क वर्क,
ज़रा बात सादा लिखा करो,
ये मुहावरों की सितूर क्या?
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